सावन अमावस्या पर गंगा स्नान का विशेष महत्व, ब्रजघाट व तिगरीधाम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

गुरुवार को सावन माह की अमावस्या के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने भारी संख्या में ब्रजघाट और तिगरीधाम पहुंचकर गंगा स्नान किया। तड़के भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ घाटों पर जुटनी शुरू हो गई थी। गंगा स्नान करने के लिए न केवल स्थानीय जिलों बरेली, रामपुर, मुरादाबाद और अमरोहा से ही नहीं, बल्कि हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर से भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।

गंगा तटों पर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। श्रद्धालु आस्था के साथ गंगा में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति की कामना कर रहे थे। घाटों पर ‘हर हर गंगे’ और ‘भोलेनाथ की जय’ के जयकारों से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए उत्साहित नजर आए।

स्थानीय प्रशासन द्वारा घाटों पर सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस बल, गोताखोर दल और स्वास्थ्य विभाग की टीमें घाटों पर तैनात रहीं। साफ-सफाई, पेयजल और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था भी मौजूद रही। सावन मास की अमावस्या को गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

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