मुरादाबाद लोकसभा सीट से जीत दर्ज कर समाजवादी पार्टी की रूचि वीरा ने इतिहास रच दिया है। मुरादाबाद सीट से चुनाव जीतने वाली वह पहली महिला सांसद बन गई हैं। आजादी से अब तक मुरादाबाद लोकसभा सीट से कोई महिला सांसद संसद तक नहीं पहुंची थी। सपा की रूचि वीरा ने भाजपा के स्व.कुंवर सर्वेश सिंह को एक लाख से अधिक मतों से शिकस्त दी है।
मुरादाबाद लोकसभा सीट जीतने का भाजपा का सपना सपना ही रह गया। समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज कर अपना कब्जा बरकरार रखा है। 2019 में डॉ. एसटी हसन ने यहां से सपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी। मुरादाबाद लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को पहले चरण मतदान हुआ था। लगभग डेढ़ महीने के इंतजार के बाद मंगलवार को चुनाव लड़ने वाले 12 प्रत्याशियों की राजनीतिक तकदीर का फैसला हो गया। मुख्य मुकाबला भाजपा व इंडी गठबंधन की सपा प्रत्याशी रुचि वीरा के बीच ही रहा।
भाजपा इस बार भी 2014 का इतिहास दोहराने में नाकामयाब रही। सपा की रूचि वीरा ने स्व. कुंवर सर्वेश सिंह को एक लाख से अधिक मतों से शिकस्त दी। 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव हुआ तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बाहुल्य मुरादाबाद सीट पर भी भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह ने जीत दर्ज कर कमल खिला दिया। लेकिन पांच साल बाद 2019 में हुए चुनाव में उन्हें सपा प्रत्याशी डॉ. एसटी हसन से हार का सामना करना पड़ा और सपा की जीत हुई।
चुनाव के शुरुआती दौर में दोनों आमने सामने थे। लेकिन, नामांकन के आखिरी दिन ऐन वक्त पर सपा ने अपना उम्मीदवार बदलकर सांसद डॉ. एसटी हसन की जगह बिजनौर की पूर्व विधायक रुचि वीरा को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुनाव को दिलचस्प बना दिया। वहीं भाजपा प्रत्याशी बीमारी से जूझते हुए मुकाबले में थे। लेकिन 19 अप्रैल को मतदान के ठीक अगले दिन 20 अप्रैल को दिल्ली में इलाज के दौरान ही उनका निधन हो गया। ऐसे में भाजपा खेमे में मायूसी छा गई।