एशियन विवेकानंद अस्पताल में ड्योडनल स्टंटिंग के माध्यम से हुआ मरीज का सफल इलाज

मुरादाबाद एशियन विवेकानंद अस्पताल में 35 वर्षीय बिजनौर निवासी महिला फरजाना जिनको ज्यादा ही अत्यधिक पेट दर्द और कुछ खाते ही उल्टी होना व पेट साफ ना होना आदि कई दिक्कतों के साथ एशियन विवेकानंद अस्पताल में आई थी। अस्पताल के इमरजेंसी में ही डॉ. सुदीप चक्रवर्ती गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट पेट, आंत एवं लिवर रोग विशेषज्ञ ने भर्ती होने की सलाह दी।

डॉ. सुदीप चक्रवर्ती ने एंडोस्कोपी के ‌द्वारा मरीज को देखा कि मरीज की छोटी आंत सिकुड़ गई है जिसके कारण महिला खाना ही नहीं खा पा रही थी वही कुछ खाते ही उल्टी हो जाती थी पेट में दर्द रहता है, खाना छोटी आंत के नीचे नहीं जा पा रहा था और उसका पेट भी साफ नहीं हो रहा था वही डॉ. सुदीप चक्रवती ने मरीज एवं परिजनों को सलाह दी कि वह अत्याधुनिक तकनीक एवं बिना चीरे के ‌द्वारा आंत की इस रुकावट का इलाज कर देंगे जिसमें मरीज को केवल एक या दो दिन अस्पताल में भर्ती रहना पड़ेगा और मरीज को तुरंत ही आराम मिल जाएगा।

बताया गया है कि पुराने तरीके से छोटी आंत के सिकुड़े हिस्से का इलाज छोटी आंत को काटकर ऑपरेशन ‌द्वारा किया जाता था जिसका खर्च करीब एक से सवा लाख रुपए होता था। मरीज को भी 5 से 6 दिन अस्पताल में भर्ती रहना पड़ता और धर पर भी करीब 10 से 15 दिन आराम करना पड़ता था और वह इतने समय तक अपने दैनिक कार्य भी नहीं कर पाता एशियन विवेकानंद हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर सुदीप चक्रवर्ती (पेट, आंत एवं लिवर रोग विशेषज्ञ) ने महिला का इलाज एक नई तकनीक ड्योडनल स्टंटिंग के माध्यम से किया। इस तकनीक में छोटी आंत को ना काटकर एक ट्यूब जिसके सिरे पर एक कैमरा लगा होता है जिसे एंडोस्कोप कहते हैं जिसके माध्यम से मुंह से होते हुए डुओडेनम में डाला जाता है और एक महीन तार का उपयोग करके स्टंट को डुओडेनम के अंदर सही जगह पर लगाया जाता है।

इस प्रक्रिया में करीब 30 से 40 मिनट का ही समय लगता है। मरीज अब स्वस्थ है ठीक से खाना भी खा पा रही है एवं उसकी आज ही अस्पताल से छुट्टी भी कर दी जाएगी ड्योडनल स्टंटिंग के माध्यम ‌द्वारा सफल इलाज के लिए एशियन विवेकानंद अस्पताल मुरादाबाद के मेडिकल डायरेक्टर डॉ प्रशांत पांडे, रीजनल डायरेक्टर डॉक्टर हिलाल अहमद ने डॉक्टर सुदीप चक्रवतीं गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट एवं टीम को शुभकामनाएं दी ,सेंटर हेड शोएब मलिक ने आभार व्यक्त किया साथ ही साथ ही यह भी बताया कि अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के डॉक्टर सुदीप चक्रवर्ती ‌द्वारा ड्योडनल स्टंटिंग के अतिरिक्त पाइलोरिक स्टेटिंग के द्वारा भी इलाज किया जा रहा है जो की मुरादाबाद एवं आसपास के जिलों में केवल एशियन विवेकानंद हॉस्पिटल में ही किया जाता है एवं भविष्य में भी इसी प्रकार की नई-नई तकनीक से मरीज का इलाज किया जाता रहेगा और यह की बताया कि जल्द ही एशियन विवेकानंद अस्पताल में एंडोस्कोपिक अन्ट्रासाऊंड की सुविधा जो कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड क्षेत्र में पहली बार शुरू की जाएगी।

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