जिसका कोई नहीं उसका खुदा है यारों… किताबों में लिखी इस पंक्ति को चरितार्थ किया है मुरादाबाद के कुछ पत्रकारों ने। यहां उन्होंने बिल्ली का अंतिम संस्कार कर इंसानियत की ऐसी मिसाल पेश की कि अब हर कोई उनके काम की तारीफ कर रहा है।
मुरादाबाद में शनिवार को नागफनी क्षेत्र के एक घर में निवास कर रही बिल्ली की पांच बच्चों को जन्म देने के बाद उसकी मौत हो गई। बताते चलें कि एक दैनिक अखबार के छायाकार के घर में काफी समय से बिल्ली आ रही थी। कुछ दिन बाद उस बिल्ली ने पांच बच्चों को जन्म दिया और वह बीमार पड़ने लगी। इस दौरान दैनिक अखबार के छायाकार ने बिल्ली और बिल्ली के बच्चों को देखा तो उसका दिल पसीज गया।
इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए वह छायाकार उस बिल्ली को तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने बिल्ली का उपचार किया। उसके बाद वह उसे घर ले आया। लेकिन, कुछ समय बाद ही देखते-देखते उस बिल्ली की मौत हो गई। इसके बाद दैनिक अखबार के छायाकार समेत चार अन्य पत्रकारों ने उस बिल्ली रामगंगा घाट पर अंतिम संस्कार करके मानवता व इंसानियत की मिसाल पेश की। जिसने भी उन्हें यह काम करते देखा सभी ने उनकी मानवता की तारीफ की।