बुधवार को मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की टीम ने दीवान का बाजार मोहल्ले में अशरफी शादी हाल को सील कर दिया। 28 दिसंबर को भी टीम शादी हाल को सील करने पहुंची थी, लेकिन वैवाहिक कार्यक्रम होने की वजह से शादी हाल को सील नहीं किया गया था। इस दौरान 7 जनवरी तक बुकिंग होने के कारण शादी हाल के मालिक को अधिकारियों ने मोहलत दी थी।
एमडीए सूत्रों के अनुसार प्रिंस रोड के रहने वाले हाजी जहीर आलम का दीवान का बाजार मोती बाग में अशरफी शादी हाल संचालित हो रहा था। मोहल्ले के लोगों के अनुसार कब्रिस्तान की भूमि को लेकर कुछ लोगों का विवाद चल रहा है। जिसको लेकर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में शादी हाल को लेकर शिकायतें हो रही थीं। शादी हाल की जमीन में कुछ कब्रिस्तान की बताई जा रही थी। इसे लेकर कुछ लोगों ने विरोध भी जताया था।
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने शादी हाल के मालिक को नोटिस जारी किया। मालिक ने नोटिस का जवाब नहीं दिया। एमडीए ने वाद दायर करके सुनवाई शुरू की। इस पर शादी हाल के मालिक ने नक्शे के साथ कंपाउंडिंग की अर्जी दे दी। सक्षम अधिकारी ने शादी हाल की कंपाउंडिंग अर्जी खारिज कर दी। 28 दिसंबर को एमडीए की टीम शादी हाल को सील करने के लिए पहुंच गई।
टीम पहुंची तो शादी हाल में वैवाहिक कार्यक्रम की तैयारी हो रही थी। टीम देखकर वैवाहिक कार्यक्रम कराने के लिए बुक कराने वाले लोग इकट्ठा हो गए। टीम में शामिल अधिकारियों ने शादी हाल का बुकिंग रजिस्टर देखा। रजिस्टर में 7 जनवरी तक की बुकिंग बताई गई। बुधवार को एमडीए की टीम ने शादी हाल को सील कर दिया।