शिव तेरस पर 100 साल बाद बन रहा गजकेसरी योग, इन पांच राशि वालों की चमकेगी किस्मत

मुरादाबाद: इस बार श्रावण मास की शिव तेरस पर एक दुर्लभ संयोग बन रहा है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत शुभ माना गया है। आचार्य सोमपाल शास्त्री के अनुसार, इस शिव तेरस पर करीब 100 वर्षों के बाद गजकेसरी योग का विशेष संयोग बन रहा है, जो कई राशियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।

आचार्य शास्त्री ने बताया कि गजकेसरी योग तब बनता है जब चंद्रमा और बृहस्पति विशेष स्थिति में एक-दूसरे के केंद्र में आ जाते हैं। इस बार यह संयोग शिव तेरस के दिन पड़ने से इसका फल और भी शुभ हो जाता है। यह योग विशेष रूप से वृषभ, कन्या, धनु, मीन और कर्क राशि के जातकों के लिए शुभ संकेत लेकर आ रहा है।

उन्होंने बताया कि इस योग में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को मानसिक शांति, धन लाभ और पारिवारिक सुख की प्राप्ति होगी। व्यापारियों को आर्थिक दृष्टि से लाभ के संकेत मिलेंगे, वहीं विद्यार्थियों के लिए यह समय ज्ञान अर्जन के लिए उत्तम रहेगा।

गजकेसरी योग के चलते शिव तेरस की महत्ता इस वर्ष और बढ़ गई है। कांवड़ यात्रा पर निकले शिवभक्त भी इस शुभ योग में जलाभिषेक कर विशेष पुण्य अर्जित करेंगे। आचार्य शास्त्री ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे शिव तेरस के दिन विशेष रूप से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें, बेलपत्र, गंगाजल, और पंचामृत से पूजा कर इस दुर्लभ योग का अधिकतम लाभ उठाएं।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, ऐसा संयोग अगली बार कई दशकों बाद ही देखने को मिलेगा, इसलिए श्रद्धालुओं को इसे साधना और उपासना के विशेष अवसर के रूप में लेना चाहिए। आचार्य सोमपाल शास्त्री के अनुसार गजकेसरी योग वृषभ, कर्क, कन्या, धनु व मीन राशि के जातकों के अत्यंत लाभप्रद है।

इन राशियों के जातकों को इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक, मंत्र जाप और गंगाजल से जलाभिषेक करना चाहिए। यह शुभ योग सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक शांति और भविष्य की कठिनाइयों से मुक्ति देने में सहायक रहेगा।

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