अमरोहा: शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर सोमवार को ब्रजघाट और तिगरी घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। तड़के से ही गंगा तटों पर लोगों का तांता लगा रहा। भक्तों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान “गंगा मैया की जय” के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
दिल्ली एनसीआर से भी श्रद्धालु पहुंचे
गंगा स्नान के लिए न केवल मुरादाबाद, अमरोहा, बरेली और रामपुर से श्रद्धालु पहुंचे, बल्कि हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर से भी बड़ी संख्या में लोग आए। भीड़ के कारण दिल्ली-लखनऊ हाइवे पर जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात की।
शरद पूर्णिमा पर स्नान का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शरद पूर्णिमा की रात वर्ष की सबसे उज्जवल चांदनी रात मानी जाती है। कहा जाता है कि इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से पूर्ण होता है और उसकी किरणों में अमृत तत्व रहता है। गंगा स्नान करने और चंद्रमा के दर्शन से शरीर और मन की शुद्धि होती है तथा जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
रात में किया दीपदान, मांगी परिवार की खुशहाली
श्रद्धालुओं ने गंगा तटों पर दीपदान किया और रात्रि में खीर बनाकर चंद्रमा को अर्पित कर परिवार के कल्याण की प्रार्थना की। पूरा ब्रजघाट और तिगरी घाट शरद पूर्णिमा की दिव्यता से आलोकित हो उठा।