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परिजनों में मचा कोहराम, सपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी पूर्व जिलाध्यक्ष की मौत से स्तब्ध
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लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी हाईकमान ने उन्हें पद से हटाया था, तभी से वह ज्यादा परेशान थे
मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने शनिवार की सुबह लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली से उड़ा लिया। डीपी यादव का लहूलुहान शव देख परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं सपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी पूर्व जिलाध्यक्ष के इस कदम से स्तब्ध हैं। हालांकि लोकसभा चुनाव के दौरान ही पार्टी हाईकमान ने उन्हें पद से हटाया था। उसी के बाद से वह और अधिक मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे।
डीपी यादव का मझोला थाना क्षेत्र में बुद्धि विहार आवास है। इसी आवास में शनिवार की सुबह उन्होंने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अवाक हैं। जानकारी पाकर जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव व उनके भाई विजयवीर सिंह यादव, एमएलसी डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, तुंगीश यादव, जिला महासचिव राय मुदस्सर खान समेत बड़ी संख्या में सपा एवं भाजपा नेता, कार्यकर्ता और शुभचिंतक उनके आवास पहुंच गए।
पूर्व जिलाध्यक्ष द्वारा गोली मारकर आत्महत्या क्यों की गई? यह सवाल फिलहाल अभी पहले बना हुआ है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान डीपी यादव को जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। उनके स्थान पर जयवीर सिंह यादव को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। तभी से वह थोड़ा मानसिक रूप से परेशान थे। घटनास्थल के बाद डीपी यादव के घर के बाहर लोगों की भारी भीड़ लगी हुई है।
आपको बता दें उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष डीपी यादव ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। डीपी यादव पुराने सपाई थे। हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया था। डीपी यादव ने मझोला थाना क्षेत्र में अपने बुद्धि विहार स्थित आवास पर सुसाइड किया है।
घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया और फॉरेसिंक टीम ने साक्ष्य इकट्ठा किए हैं। एसएसपी हेमराज मीना ने खुद घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने बताया कि सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मपाल सिंह यादव उर्फ डीपी यादव ने लाइसेंसी रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है। एसएसपी ने बताया कि डीपी यादव तीन महीने से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। उनका बाहर से इलाज भी चल रहा था।